यूं हसरते तो बहुत की थी हमने भूल गए थे उन्हें आप को पाने की राह में पूरी कर लेते उन आधी अधूरी ख्वाहिशों को अगर तुम हमारे होते आज तन्हा बैठे हम सोचते हैं काश तुम मेरे होते! देखते हैं अकेले उस बारिश की बूंदों को हाथों से रोक लेते […]
यूं हसरते तो बहुत की थी हमने भूल गए थे उन्हें आप को पाने की राह में पूरी कर लेते उन आधी अधूरी ख्वाहिशों को अगर तुम हमारे होते आज तन्हा बैठे हम सोचते हैं काश तुम मेरे होते! देखते हैं अकेले उस बारिश की बूंदों को हाथों से रोक लेते […]