जब याद तुम्हारी आती है
हम धीमे से मुस्कुरा देते हैं
30 सालों के बाद भी
मन झूमने सा लगता है
प्यार में डूबे हुए प्रेमी की तरह
आज भी पुराने गीत गुनगुना देता है
जब याद तुम्हारी आती है
हम धीमे से मुस्कुरा देते हैं
तुम्हारी हर कही हुई बात
मुझे आज भी है याद
जी रही हूं उन बातों को
अपने जीवन में समाकर
तुम्हारे प्यारे शब्दों को
मैंने दिल में पिरोकर रखा है
उन्हीं पहले की यादों से
जिंदगी हर दिन नई जी है
जब याद तुम्हारी आती है
हम धीमे से मुस्कुरा देते हैं
किसी के पराए होने का
अब मुझे कोई डर नहीं है
तुमने जिंदगी भर के लिए
अपना जो बना कर रखा है
तुम्हारे होठों से
मेरे गाल आज भी लाल है
इन आंखों में आज भी
बस तेरा ही इंतजार है
क्या हुआ अगर मेरा नाम
जुड़ा नहीं है तुम्हारे साथ
तुम हम मैं और हम तुम मैं
हमेशा के लिए समाये हुए हैं
जब याद तुम्हारी आती है
हम धीमे से मुस्कुरा देते हैं
Photo credit: Julia Caesar
Wah…Kya baat…Bahot badhiya