भूल गए वह दिन!

 भूल गए वह दिन जब चैन की गहरी नींद तुम लेते थे सपनों में परियों को देखा करते थे अब तो नींद आना ही मुश्किल है दिमाग सोचना जो बंद नहीं करता रात को बार बार नींद खुलती है अकेले रहने में डर जो है लगता भूल गए वह दिन दर्द […]

काश तुम मेरे होते!

  यूं हसरते तो बहुत की थी हमने भूल गए थे उन्हें आप को पाने की राह में पूरी कर लेते उन आधी अधूरी ख्वाहिशों को अगर तुम हमारे होते आज तन्हा बैठे हम सोचते हैं काश तुम मेरे होते! देखते हैं अकेले उस बारिश की बूंदों को हाथों से रोक लेते […]